मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टिड्डी प्रभावित जिलों में की जा रही विशेष गिरदावरी की रिपोर्ट शीघ्र भिजवाने और तीन दिन में प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि का वितरण शुरू करने के निर्देश दिए हैं। गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में टिड्डी प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कलक्टर टिड्डी आक्रमण पर लगातार प्रभावी निगरानी रखें और किसानों से संपर्क रखकर नुकसान होने की स्थिति में जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा दिलवाएं।
प्रदेश में 3 लाख 52 हजार हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में टिड्डी का प्रभाव रहा है जिन्हें लगातार कीटनाशकों के छिड़काव के जरिए नियंत्रित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने टिड्डी नियंत्रण के लिए प्रभावित जिलों को 450 ट्रैक्टर-माउन्टेड स्प्रेयर किराए पर लेने तथा 10 हजार लीटर कीटनाशी रसायन का उपयोग करने की स्वीकृति भी प्रदान दे दी है। समीक्षा बैठक में गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को हुए नुकसान को लेकर गंभीर है। हमारा प्रयास है कि किसानों को तत्काल राहत दी जाए।
मुख्यमंत्री ने जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, जोधपुर, बीकानेर, पाली, श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ कलक्टर से उनके जिलों में टिड्डी नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों, वर्तमान स्थिति, गिरदावरी रिपोर्ट और फसलों के खराबे के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को शीघ्र राहत देने के लिए बिना किसी देरी के गिरदावरी का काम पूरा करें और उसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग को भिजवाएं, जिससे मुआवजा राशि तुरन्त जारी हो सके। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग ने प्रभावित जिलों में टिड्डी से हुए नुकसान को देखते हुए विशेष गिरदावरी करवाने के आदेश पहले ही जारी कर दिए हंै। ज्यादातर क्षेत्रों में यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है और शेष कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। गिरदावरी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार किसानों को तुरन्त सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही फसल बीमा योजना में भी प्रभावित किसानों को सहायता दी जाएगी।